Chandi Jaisa Rang hai tera lyrics
Chandi Jaisa Rang hai tera ये गजल पंकज उधास द्वारा गाया गया है उम्मीद है आप लोगो को जरुर अच्छा लगेगा Chandi Jaisa Rang hai tera lyrics
Ghazal:
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाए
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाए
तेरे पैर की कोमल आहट सोते भाग जगाए
जो पत्थर छू ले गोरी तू, वो हीरा बन जाए
तू जिसको मिल जाए वो…
तू जिसको मिल जाए वो हो जाए मालामाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाए
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाए
तू नादान ना जाने कैसे रूप चुराते लोग
नज़रें भर-भर देखें तुझको आते-जाते लोग
छैल-छबीली रानी, थोड़ा…
छैल-छबीली रानी, थोड़ा घूँघट और निकाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
धनक, घटा, कलियाँ और तारे, सब हैं तेरे रूप
धनक, घटा, कलियाँ और तारे, सब हैं तेरे रूप
ग़ज़लें हों या गीत हों मेरे, सब में तेरा रूप
यूँ ही चमकती रहे हमेशा तेरे हुस्न की धूप
तुझे नज़र ना लगे किसी की…
तुझे नज़र ना लगे किसी की, जिए हज़ारों साल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल
एक तू ही धनवान है, गोरी, बाक़ी सब कंगाल