Basant Panchami वसंत पंचमी या श्री पंचमी एक हिन्दू त्योहार है। वसंत पंचमी का त्योहार हर साल माग महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा की जाती है। Basant Panchami वसंत पंचमी से ही वसंत ऋतु का आगमन भी होता है। इस दिन पीले वस्त्र धारण किये जाते है। शास्त्रो मे वसंत पंचमी को ऋषि पंचमी भी कहा गया है।
Basant Panchami वसंत पंचमी कथा।
उपनिषदो की कथा के अनुसार सृष्टि के आरम्भ मैं भगवान शिव के आदेश से ब्रहम देव ने जीवो और मनुष्य की रचना की। लेकिन अपनी रचना से वह संतुष्ट नहीं थे। उन्हें लगता था कि कुछ कमी रह गयी है जिस की वजह से हर तरफ मोंन छाया रहता था।
तब ब्रह्माजी ने श्री विष्णु की स्तुति करनी शुरू की। ब्रम्हाजी की स्तुति को सुन कर श्री विष्णु तत्काल ही उनके सम्मुख प्रकट हुए। ब्रम्हाजी की समस्या जान कर श्री विष्णु ने आदिशक्ति दुर्गा माता का आवाहन किया। श्री विष्णु के आवाहन के कारण आदिशक्ति दुर्गा माँ तुरंत ही प्रकट हो गयी। तब ब्रम्हाजी और श्री विष्णु ने उन्हें संकट निवारण करने का निवेदन किया।
ब्रह्माजी तथा श्री विष्णु जी की बातें सुनंने के तुरंत बाद ही आदिशक्ति दुर्गा माता के शरीर से श्वेत रंग का तेज उत्पन हुआ जो कि एक दिव्य नारी के रूप मे परिवर्तित हुआ। यह स्वरूप एक चतुर्भुजी सुन्दर स्त्री का था जिस के एक हाथ मैं वीणा तथा एक हाथ में वर मुद्रा थी। अन्य दोनों हाथो में पुस्तक और माला थी। आदिशक्ति दुर्गा माता के शरीर से उत्पन्न तेज से प्रकट होते ही उन् देवी ने वीणा का मधुर नाद किया जिस से संसार के सभी जीव-जंतु को वाणी प्राप्त हुई। जलधारा मैं कलोहल व्याप्त हुआ, पवन चलने से सरसराहट होने लगी। तब सभी देवी देवताओ ने शब्द और रस संचार करने वाली उन देवी को वाणी की देवी “सरस्वती” कहा।
सरस्वती माता को वागीश्वरी, भगवती, शारदा, वीणावादनी और वाग्देवी सहित अनेक नामो से पूजा जाता है। वसंत पंचमी के दिन प्रकट होने के कारण इस दिन को इनके प्रकटोत्सव के तौर पे मनाया जाता है।
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Basant Panchami वसंत पंचमी 2024 तिथि।
- हिंदू पंचांग के अनुसार, पंचमी तिथि 13 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट पर प्रारंभ हो रही है, जो 14 फरवरी 2024 को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में बसंत पंचमी का पर्व 14 फरवरी 2024 को मनाया जाएगा।
Basant Panchami वसंत पंचमी 2024 पर सरस्वती पूजन मुहूर्त।
- वसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजे से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।
Basant Panchami वसंत पंचमी की पूजा विधि।
- वसंत पंचमी के दिन सुबह सवेरे नहा के पीले या सफ़ेद रंग के कपडे पहनें।
- माँ सरस्वती की मूर्ति को पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें।
- अब रोली, चन्दन, केसर, पीले या सफ़ेद रंग के फूल और पीली मिठाई अर्पित करें।
- अब पूजा के स्थान पर वाद्य यन्त्र और किताबें अर्पित करें।
- माँ सरस्वती की वंदना का पाठ करें।
- विद्यार्थी चाहें तो इस दिन माँ सरस्वती के लिए व्रत भी रख सकते है।